ट्रेडिंग क्या है इन हिंदी Stock Market Trading कितने प्रकार के होते हैं? Scalping Trading क्या है? Swing Trading क्या है? Intraday Trading क्या है? Positional Trading क्या है?
ऑनलाइन ट्रेडिंग क्या है इन हिंदी Trading Account क्या है ? Demat Account क्या है ? Trading और Investment में क्या अंतर है? ट्रेडिंग कैसे सीखें ट्रेडिंग के क्या लाभ हैं शेयर क्या होता है ट्रेडिंग कितने प्रकार के होते हैं
ट्रेडिंग क्या है:-
Trading को आसान शब्दों में व्याख्या करें तो हिंदी में इसे ” व्यापार ” कहा जाता है। यानी कि किसी वस्तु या सेवा का आदान प्रदान करके मुनाफा कमाना।
Stock Market Trading भी इसी तरह होता है। जैसे कि हम किसी वस्तु को खरीद और बिक्री करके मुनाफा कमाते हैं। बिल्कुल वैसे ही स्टॉक मार्केट में वस्तु की जगह कंपनियों के शेयर कि खरीद और बिक्री करके मुनाफा कमाया जाता है। ट्रेडिंग कि समय अवधि 1 साल की होती है। मतलब यह हुआ कि 1 साल के अंदर शेयर को खरीदना और बेचना है। अगर एक साल के बाद शेयर को बेचते हैं तो यह निवेश कहलाता है। यह एक तरह का ऑनलाइन पर आधारित बिजनेस होता है।
उदाहरण के तौर पर अगर हम share market में शेयर खरीद रहे हैं तो हमारे जैसे कोई अन्य व्यक्ति होगा जो उन शेयर को बेच रहा होगा। चलिए इसे अब अपने डेली लाइफ से जोड़ते हैं। मान लीजिए आपने होलसेल स्टोर से कोई सामान ₹50 खरीदा और उसे बाद में ₹60 लगा कर कस्टमर्स को बेच दिया। अगर यह आप रोजाना करते हैं तो इसे ट्रेडिंग कहा जाता है।
बिल्कुल ऐसे ही शेयर बाजार में भी होता है। आप शेयर को खरीदते हैं और 1 साल के अंदर खरीदे हुए शेयर को प्राइस बढ़ने के बाद बेच देते है। तो यह Stock Market Trading कहलाता है।
Trading को काफी रिस्की कहा जाता है क्योंकि इसमें यह कोई नहीं जानता कि कुछ समय बाद शेयर के भाव में क्या मूवमेंट आयेगा। अगर शेयर से जुड़ी न्यूज़ अच्छी आती है तो शेयर के भाव में तेजी दिखाई देगी। वहीं इसका उल्टा करे तो शेयर से जुड़ी न्यूज़ खराब आती है तो शेयर के भाव में मंदी देखने को मिल सकती है।
Stock Market Trading कितने प्रकार के होते हैं?:-
Share Market में trading को चार भागों में विभाजित किया गया है।
1.Scalping Trading
2.Intraday Trading
3.Swing Trading
4.Positional Trading
1.Scalping Trading क्या है?:-
Scalping Trading वह trade जो कुछ सेकंड या मिनट के लिए trade किया जाए। यानी मतलब यह हुआ कि वह traders जो केवल कुछ सेकंड या मिनट के लिए शेयर की खरीद और बिक्री करते हैं। ऐसे ट्रेडर्स को scalpers कहा जाता है। बता दू कि scalping trading को सबसे जायदा रिस्की होता है।
2.Intraday Trading क्या है?:-
Intraday Trading वह trade जो 1 दिन के लिए trade किया जाए। यानी मतलब यह हुआ कि वह traders जो Market (9:15 am) के खुलने के बाद शेयर खरीद लेते हैं। और मार्केट बंद(3:30 pm) होने से पहले शेयर को बेच देते है। ऐसे ट्रेडर्स को Intraday ट्रेडर्स कहा जाता है। बता दू कि Intraday ट्रेडिंग scalping trading से थोड़ा कम रिस्की होता है। इंट्राडे ट्रेडिंग के बारे में अधिक जानकारी के लिए नीचे दिए गए पोस्ट को पढ़े।
3.Swing Trading क्या है?:-
Swing Trading वह trade जो कुछ दिनों के लिए शेयर को खरीदते और बेचते है। यानी मतलब यह हुआ कि वह traders जो एक दो हफ़्ते के लिए शेयर को खरीदने के बाद बेच देते हैं। इसमें ट्रेडर को पूरे दिन चार्ट को देखना नहीं पड़ता है। यह उन लोगो ( जॉब, स्टूडेंट्स आदि) के लिए बेहतर होता है जो ट्रेडिंग में अपना पूरा दिन नहीं दे सकते हैं।
4.Positional Trading क्या है?:-
Positional Trading वह ट्रेड जो कुछ महीने के लिए होल्ड किए जाएं। यह मार्केट का long term movement को कैप्चर करने के लिए किया जाता है। ताकि एक अच्छा मुनाफा हो सके। शेयर बाजार की रोजाना के up-down से इन पर जायदा असर नहीं होता है। यह बाकी सभी trading से कम रिस्की होता है।
Stock Trading करने के लिए आपको तीन तरह के Account की जरुरत होती है :
1.Trading Account
2.Demat Account
3.Bank Account
1) Trading Account क्या है ?:-
1.अपने नाम के अनुसार ही Trading Account वह Account है, जिस के द्वारा हम अपने लिए शेयर की खरीद बिक्री कर सकते है।
2.इसके जरिए ही हम अपनी खरीद या बिक्री का Order, Stock Exchange तक भेज सकते है। Trading Meaning in Hindi
3.इस लिए चाहे आप निवेशक हो या Trader आपको Trading Account तो खुलवाना ही पड़ता है।
4.Trading Account में खरीद बिक्री के आलावा खरीद बिक्री के लिए पैसा भी जमा कर सकते और निकाल सकते है।
5.जितनी राशि के शेयर आपको खरीदने है उतनी राशि आपको अपने Trading Account में जमा करवानी पड़ेगी।
6.फिर आप उस शेयर को खरीदने का Order रख सकते है।
7.आपके द्वारा रखा गया यह Order, Stock Exchange (जैसे NSE और BSE) पर जाता है।
8.जहा पर बाकि सभी लोगो के Orders भी आते है।
9.जब आपके Order के अनुसार शेयर Stock Exchange पर बिकने के लिए होंगे तब आपको वह शेयर मिल जाएंगे।
10.इस तरह यह Trading Account शेयर की खरीद और बिक्री करने का एक माध्यम है।
2) Demat Account क्या है ?:-
1.Trading Account के साथ ही खुलवाया जाने वाला Demat Account एक Storage की तरह होता है।
2.Dematerialized स्वरुप में आपके द्वारा ख़रीदे गए शेयर और अन्य Securities को जमा किया जाता है।
3.Dematerialized स्वरुप का मतलब वैसा ही स्वरुप जैसे आपके बैंक खाते में आपका पैसा होता है।
4.यह Demat खाता आपके Trading खाते के साथ लिंक होता है।
5.इस लिए जब भी आप किसी शेयर को खरीदते है, तो उसके दो दिन में आपका ख़रीदा हुआ वह शेयर आपके Demat Account में जमा हो जाता है।
6.फिर आप जितना समय उस शेयर को रखना चाहते है, उतना समय रख सकते है।
7.जब भी आप अपने Trading खाते द्वारा उस शेयर को बेचते है, तब वह शेयर आपके Demat खाते से निकल जाता है।
8.और बेचे हुए शेयर के बदले में आई हुई राशि आपके Trading Account में जमा कर दी जाती है।
3) Bank Account :-
1.शेयर की खरीद बिक्री के लिए आपको Trading खाते में पैसा जमा करना पड़ता है, जिसके लिए आपको अपना एक Bank Account भी लिंक करवाना पड़ेगा।
2.जिस से जब कभी आपको पैसो की जरुरत हो तो आप अपने Trading Account में से अपने Bank Account में पैसा Transfer करवा सके।
3.आप अपना कोई पुराना Bank Account भी लिंक करवा सकते है, इसके लिए अलग Bank Account जरुरी नहीं है।
4.इसके आलावा अगर आप किसी Share के Dividend के हक़दार बनेंगे तो वह राशि भी आपके इसी Bank Account में जमा की जाएगी।
5.इनमे से Trading और Demat Account तो आप किसी अच्छे Stock Broker के पास खुलवा सकते है।
Trading और Investment में क्या अंतर है?:-
1.Trading में शेयर को short term के लिए खरीदा जाता है। वहीं Investment में शेयर को लंबे समय के लिए खरीद लिया जाता है।
2.Trading में टेक्निकल एनालिसिस की जानकारी होना जरूरी होता है। वहीं Investment में fundamental analysis की जानकारी प्राप्त होनी चाहिए।
3.Trading कि अवधि 1 साल तक की होती है। वहीं निवेश कि अवधि 1 साल से ज्यादा कि होती है।
4.Trading करने वाले लोगों को traders कहा जाता है। वहीं निवेश (Investment) करने वाले लोगों को निवेशक (Invester) कहां जाता है।
5.Trading short term मुनाफे को कमाने के लिए किया जाता है वहीं निवेश लंबी अवधि के मुनाफे को कमाने के लिए किया जाता है।
ट्रेडिंग के फायदे:-
1. ट्रेडिंग करने का फायदा यह है कि यहाँ आप किसी जॉब या बॉस से आज़ाद रहते हो , यहाँ पर आपका कोई बॉस नहीं होता हैं आप खुद ही आपने बॉस होते हो | यानि यह कहे कि यहाँ आपको काम करने की आज़ादी होती हैं |
2. शेयर मार्किट सप्ताह में ५ दिन ही खुला रहता है तो आप वीकेंड पर अपनी फॅमिली के साथ समय बिता सकते हो |
3. यदि आप अच्छा ज्ञान लेकर या अनुभव से ट्रेडिंग करते हो तो आप यहाँ से लाखो रुपया आसानी से कमा सकते हैं|
4. यदि आप अच्छे ट्रेडर है तो आप लोगो को इसकी ट्रैंनिंग देकर भी पैसे कमा सकते हैं|
5. यहाँ पर यदि आपके शेयर अच्छी कंपनी में है तो आप कंपनी के प्रॉफिट पर भी लाभ पा सकते हैं|
6. यदि आप लम्बे समय तक किसी अच्छी कंपनी में इन्वेस्ट करते हैं तो आपको FD , म्यूच्यूअल फण्ड आदि से ज्यादा मुनाफा दे सकती हैं |
ट्रेडिंग के नुकसान:-
1. दोस्तों जरुरी नहीं है कि हर बार शेयर मार्किट से मुनाफा ही कमा के ले जाओ, कही बार आपको सही जानकारी नहीं होने से यहाँ भरी नुकशान भी झेलना पड़ सकता हैं|
2. आपने जो पैसा शेयर मार्केट में लगाया है वो सारा जीरो भी हो सकता हैं|
4. कभी – कभी शेयर मार्किट निचे भी जाता है जिसमे आपको भरी लोस्स उठाना पड़ सकता हैं उसके भी आपको तैयार रहना चाहिए|
5. कभी कभार हम किसी से कहने या बोलने पर बिना कंपनी के बारे में रिसर्च किये उसमे इन्वेस्ट कर देते है जो आपको आगे जाके नुकसान देती हैं|
6. शेयर मार्किट में इन्वेस्ट करने से पहले हमें उस कंपनी के बारे में अच्छे से रिसर्च करना चाहिए|
7. शेयर मार्किट में ऐसे भी कही लोग होते है जो आपको बोलते है की हम आपका अकाउंट यूज़ कर के आपको प्रॉफिट लेकर देंगे , लेकिन यह सब फ्रॉड होता हैं जो आपका अकाउंट खाली कर देता हैं|
ट्रेडिंग के संदर्भ में पूछे जाने वाले प्रश्न:-
Q. 1. ट्रेडिंग कितने प्रकार के होते हैं?
Ans- 1.Scalping Trading
2.Intraday Trading
3.Swing Trading
4.Positional Trading
Q. 2. शेयर मार्केट में ट्रेडिंग क्या है?
Ans- किसी कंपनी के शेयर को खरीदना और बेचना ट्रेडिंग कहलाता हैं|
Q. 3. ट्रेडिंग के क्या लाभ होते है?
Ans- ट्रेडिंग से आप काफी पैसा कमा सकते हैं यदि आपको शेयर मार्केट का ज्ञान है|